Tuesday, 7 February 2017

RECORD: T20 क्रिकेट में 300 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज़ बने दिल्ली के मोहित अहलावत

नई दिल्ली: दिल्ली रणजी टीम में खेले 21 वर्षीय बल्लेबाज़ मोहित अहलावत आज टी20 क्रिकेट में 300 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज़ बन गए हैं. दिल्ली में खेले गए लोकल क्रिकेट टूर्नामेंट फ्रेंड्स प्रीमियर लीग में इस युवा बल्लेबाज़ ने आतिशी पारी खेलते हुए महज़ 72 गेंदों पर तूफानी 300 रन बना डाले. 

Friday, 6 January 2017

30 SAAL BAAD DHNHU RASHI MAIN PAREVASH KARENGE SHANI DEV...

राजनीति व प्रजातंत्र का कारक ग्रह शनि 26 जनवरी को शाम 7.33 बजे अपनी शत्रु राशि वृश्चिक को छोड़कर समराशि धनु में प्रवेश करेगा। वह यहां 1 मई 2019 तक रहेगा।ज्योतिषियों के अनुसार शनि का यह राशि परिवर्तन 30 साल बाद होगा। शनि इससे पहले 18 दिसम्बर 1987 को धनु राशि में आया था। अगली बार 8 दिसम्बर 2046 को धनु राशि में आएगा। ज्योतिषाचार्य पंडित चंद्रमोहन दाधीच ने बताया कि शनि का समराशि में प्रवेश आमजन के लिए शुभ फलदायी होगा।

Thursday, 22 December 2016

PM NARENDRA MODI

Bonds have proved to be an unintended beneficiary because as citizens rushed to banks to deposit the defunct bills, lenders flooded with cash have parked a part of the funds in debt. Photo: PTI Bonds have proved to be an unintended beneficiary because as citizens rushed to banks to deposit the defunct bills, lenders flooded with cash have parked a part of the funds in debt. Photo: PTI Mumbai: Indian sovereign bonds look poised to extend 2016’s Asia-beating rally in the new year with interest-rate cuts expected in a banking system already flush with cash. A stable currency and the second-highest yields among the region’s major markets are keeping investors including Amundi Asset Management and OppenheimerFunds Inc. interested in rupee debt. That’s even as the benchmark 10-year yield has dropped for a third year, with 2016’s 128-basis point decline set to be the steepest in eight years. It will fall to 6.23% by 31 March, from 6.48% on Tuesday, shows the median estimate in a Bloomberg survey of analysts. Calls for monetary easing have intensified with consumer inflation slowing to a two-year low and growth in Asia’s third-largest economy seen taking a hit from the government’s decision of banning high-value currency to crack down on unaccounted wealth. Bonds have proved to be an unintended beneficiary because as citizens rushed to banks to deposit the defunct bills, lenders flooded with cash have parked a part of the funds in debt. Read more on demonetisation “We continue to like India’s rates markets,” said Krishna Memani, New York-based chief investment officer at OppenheimerFunds, which oversees about $215 billion. “Growth is slower and liquidity is high in the banking system, which bodes well for the bond markets.” Foreign outflows Even so, overseas investors have been dumping bonds as the rally dragged the benchmark 10-year yield to a seven-year low in November. Foreign holdings of Indian government and corporate notes have declined Rs408 billion ($6 billion) this quarter, the biggest such slide in National Securities Depository Ltd data compiled by Bloomberg going back to 2011. The 10-year yield has climbed 23 basis points this month as a panel led by Reserve Bank of India (RBI) governor Urjit Patel unexpectedly left interest rates unchanged, and outflows from debt accelerated amid the Federal Reserve’s decision to raise US rates while forecasting a steeper path for borrowing costs in 2017. Even as economists have slashed India’s growth estimates for the year to March, several of them, including analysts at the Asian Development Bank, forecast expansion to rebound in the following 12 months. While saying that it is retaining an accommodative policy stance, the RBI on 7 December suggested that the cash ban’s impact seemed transitory. The recent “underperformance of Indian financial markets is probably largely due to the uncertainty surround the demonetization exercise,” said Julian Wee, a Singapore-based senior market strategist at National Australia Bank Ltd. It “will probably reverse when it becomes clearer that the damage from the demonetization will prove to be short-lived.” HSBC Global Asset Management forecasts the benchmark repurchase rate, which has been lowered six times since the start of 2015 to 6.25%, to be cut by 25 basis points in February and another 50 basis points over the next 12 months, according to a report dated 20 December. The Indian rupee’s three-month implied volatility, a gauge of expected swings used to price options, has fallen for a third year, slipping 75 basis points in 2016, data compiled by Bloomberg show. India “has been a story of interest-rate cuts, and in that respect, we think local bonds are still attractive,” said Sergei Strigo, London-based head of emerging-market debt at Amundi Asset, which oversees over $1 trillion. “It’s possible for Indian bonds to perform further in 2017—they have still relatively high carry.” Bloomberg

Monday, 19 December 2016

5000 SE ZADA NHI HOGA DEPOSIT BANK MAIN AJ SE....

एक हजार रुपये तथा पाँच सौ रुपये के प्रतिबंधित पुराने नोट बैंकों में जमा कराने के लिए पहले 30 दिसंबर तक का समय देने के बाद अब कहा गया है कि आज से पाँच हजार रुपये से ज्यादा जमा कराने पर जमाकर्ता को जबाब देना होगा कि उसने ये नोट बैंक में अब तक क्यों नहीं जमा कराए। रिजर्व बैंक द्वारा आज जारी अधिसूचना में कहा गया है कि आज से 30 दिसंबर तक एक बार में या किस्तों में पाँच हजार रुपये से ज्यादा मूल्य के प्रतिबंधित नोट जमाकर्ता से पूछताछ के बाद ही उसके खाते में जमा किये जाएंगे। पूछताछ के समय बैंक के कम से कम दो अधिकारी मौजूद होंगे तथा पूरी पूछताछ ऑन रिकॉर्ड होगी। जमाकर्ता को यह बताना होगा कि उसने पुराने नोट इससे पहले क्यों नहीं जमा कराए। उसका जवाब संतोषजनक पाये जाने के बाद ही जमा स्वीकार किया जाएगा। बैंकों से कहा गया है कि भविष्य में ऑडिट के मद्देनजर जमाकर्ता के जवाब का रिकॉर्ड रखा जाए। केंद्रीय बैंकिंग प्रणाली में उसके खाते के साथ इस आशय का संकेतक संलग्न कर दिया जाए। साथ ही यह भी कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति अब पाँच हजार रुपये से ज्यादा की राशि एक ही बार बैंक में जमा करा सकेगा। पाँच हजार रुपये तक जमा कराने पर प्रतिबंध नहीं होगा, लेकिन अलग-अलग किस्तों में जमा करार्इ गर्इ राशि का कुल मूल्य जैसे ही पाँच हजार रुपये से ज्यादा होगा उस खाते में आगे कोई राशि जमा नहीं करायी जा सकेगी तथा उस स्थिति में भी दो बैंक अधिकारियों की उपस्थिति में जमाकर्ता से पूछताछ की जायेगी। केंद्रीय बैंक ने स्पष्ट किया है कि जिन बैंक खातों में केवाईसी की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है उनमें अधिकतम 50 हजार रुपये ही जमा कराए जा सकेंगे। अधिसूचना के अनुसार, दूसरे के खाते में पुराने नोट जमा कराने के लिए प्राधिकरण पत्र जरूरी होगा। उल्लेखनीय है कि नोटबंदी की घोषणा के समय 08 नवंबर को सरकार ने पुराने नोट बैंकों तथा डाकघरों में जमा कराने के लिए 30 दिसंबर तक का समय दिया था।

Saturday, 17 December 2016

Aakhir aise saamne aya 2000 NAYE NOTE ki suchai

सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि एक व्यक्ति 2000 रुपये के नोट को ब्लेड से काटकर उसमें छिपी हुई ट्रांसपैरेंट नैनो चिप निकालकर दिखाता है। कुल 4 मिनट 10 सेकेंड का यह वीडियो यूट्यूब के डेली ट्रेंड्स नामक पेज द्वारा शेयर किया गया है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि एक व्यक्ति 2000 रुपये के नोट में गांधी जी के चित्र के पीछे बने मंगलयान के बीच वाले हिस्से को दिखाता है। इसके बाद वो ब्लेड से मंगलयान के बीच वाले हिस्से को तीन तरफ से महीन तरह से काटता है ताकि नोट के पिछले हिस्से की लेयर अगले हिस्से से अलग हो जाए। इस दौरान केवल मंगलयान के बीच वाले हिस्से की सतह को ही हटाया जाता है। सतह उठाने के बाद गांधी जी के गाल के पीछ वाले हिस्से में मंगलयान के नीचे कुछ चमकता हुआ सा दिखाई देता है और वीडियो बनाने वाला इसे महीन पिन और फिर ब्लेड से बाहर निकालकर अपनी अंगुली पर रखकर इसे दिखाता है। दावा किया जा रहा है कि यह ट्रांसपैरेंट नैनो जीपीएस चिप है जो 2000 रुपये के नोट के अंदर आरबीआई द्वारा लगाई गई है ताकि वो इन नोटों को रखने वाले व्यक्तियों तक पहुंच सके। इतना ही नहीं यूट्यूब पर 2000 रुपये के नोट में चिप लगी हुई है यह साबित करते हुए कई वीडियो पड़े हुए हैं और अधिकांश में अलग-अलग वीडियो मेकर ने नोट के अलग-अलग हिस्से से चिप को निकाला है। यानी नोट में नैनो जीपीएस चिप लगी होने के दावे को सच साबित करने के लिए फर्जी तरीकों से इसमें चिप दिखाई गई है। एक वीडियो मेकर ने तो स्पेसिमेन कॉपी जिसमें नोट का नंबर 000000 लिखा था, उसका कलर्ड प्रिंटआउट निकालकर उससे ही जीपीएस चिप निकालकर दिखा दी। हालांकि आपको बता दें कि आरबीआई द्वारा पहले ही यह साफ किया जा चुका है उसके करेंसी नोटों में किसी तरह की जीपीएस चिप नहीं लगी है। (नोटः राजस्थान पत्रिका किसी भी प्रकार से न तो इस वीडियो की प्रमाणिकता का दावा करता है और ना ही इसे सच या झूठ साबित करता है। राजस्थान पत्रिका का मकसद है कि इसके पाठकों तक भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो पहुंचे।)