Monday, 5 December 2016

Lijiye! Mill Gaya gangster.....

राजस्थान का सबसे खूंखार गैंगस्टर आनंदपाल सलाखों की पहुंच से कितनी दूर है, इसका न तो पुलिस को पता है और न ही खुफिया तंत्र को। हालांकि, जब वह अपनी गतिविधियों में सफल हो जाता है, तब जानकारी सामने आती हैं।


कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निर्देशों का प्रदेश पुलिस के आला अफसरों पर कोई असर नजर नहीं आ रहा। प्रदेश की इस अहम सालाना कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री ने आला अधिकारियों की भरी सभा में पिछले एक साल से फरार गैंगस्टर आनंदपाल को तत्काल गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे,


लेकिन कांफ्रेंस के समापन के एक सप्ताह बाद भी प्रदेश की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने फरार गैंगस्टर की तलाश में कोई बड़ा अभियान नहीं चलाया है। इसबीच सूत्रों का दावा है कि आनंदपाल अब दुबई से कनाडा में शिफ्ट हो गया है। 


सूत्रों का यह भी बताया कि पटियाला जेल से हाल ही फरार हुए पंजाब के गैंगस्टर विक्की गोडर और उसके साथी भी कनाडा पहुंच गए हैं। आनंदपाल और विक्की गोडर गैंग की पुरानी रंजिश बताई गई है। इसके चलते इन दोनों की गैंग में फिर से गैंगवार छिडऩे की आशंका भी जताई गई है।


तो क्या कनाडा में ले ली शरण
एसओजी के आईजी दिनेश एमएन ने भी आनंदपाल को दीपावली के आस-पास गिरफ्तार कर लेने का दावा किया था। इसके चलते आनंदपाल ने दीपावली के बाद कनाडा में अपना नया ठिकाना बना लिया। अब शंका यही जताई जा रही है कि वो कनाडा में है। 


गिरोह ने पुराने नोट भी बदलाव लिए
आनंदपाल गिराह ने हजार और पांच सौ रुपए की नोट बंदी के बाद बड़ी तादाद में अपने पुराने नोटों की गड्डियां भी बदलवाईं थीं। और जिन ठिकानों तक पुलिस पहुंच बन रही है, उन्हें भी छोड दिया।


 सूत्रों का दावा है कि आनंदपाल गिरोह के हजार-पांच सौ के पुराने नोटों की खेप को बदलवाने में प्रदेश के उसी चर्चित मार्बल व्यवसायी ने मदद की है, जिसने गिरोह सरगना आनंपाल को विदेश भगाने में सहायता की है।


विदेश में गैंगवार की आशंका
पटियाला जेल से 27 नवंबर को फरार हुए विक्की गोडर और उसके साथियों के भी कनाडा पहुंच जाने की सूचनाएं सामने आई है। आंनदपाल और गोडर गिरोह की पुरानी रंजिश है। आनंदपाल के करीबी साथी रॉकी की पंजाब में गोडर गिरोह ने हत्या कर दी थी। इसबीच दोनों के गिरोह सरगनाओं के कनाडा पहुंच जाने से फिर से बड़ी गैंगवार होने की आशंका भी बन गई है।


सबूत जुटा रहे हैं
'आनंदपाल के ठिकानों के मामले में पुख्ता सबूत जुटाए जा रहे हैं। विदेश में रहने के सबूत मिलने के बाद आनंदपाल के प्रत्यार्पण की कार्रवाई की जाएगी' (दिनेश एमएन, आईजी, एसओजी)

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