पुलिस के बारे में आम लोगों की राय ज्यादातर नकारात्मक ही होती है. उन्हें लगता है कि पुलिसवाले अपनी वर्दी के रौब की धाक जमाकर सिर्फ लोगों को परेशान करते हैं और लूटते हैं. लोगों को लगता है कि पुलिसवाले हमेशा ही अपनी ड्यूटी निभाने में सबसे पीछे रहते हैं और यही वजह है कि न कभी अपराध खत्म होता है और न अपराधी.
लेकिन हाल ही में वायरल हुई एक पुलिसवाले की तस्वीर निश्चित तौर पर पुलिस के प्रति कइयों के मन में गहरे बैठ चुकी नकारात्मक धारणा को बदलकर रख देगी. इस तस्वीर से आपको ये पता चल जाएगा कि पुलिसवाले ईमानदार भी होते हैं और अपनी ड्यूटी के प्रति सजग भी. आइए जानें क्या है इस पुलिसवाले की वायरल तस्वीर का मामला.
बारिश में नंगे पैर ड्यूटी करते पुलिसवाले की तस्वीर वायरलः
हाल ही में हरियाणा पुलिस में तैनात राकेश कुमार को सोनीपत की गलियों में भारी बारिश के दौरान नंगे पैर ही काम करते देखा गया. इतनी भारी बारिश में सड़क पर बिना जूते के ही एक पुलिसवाले को काम करते देखकर लोगों की हैरानी की सीमा न रही. कम से कम पुलिस से तो लोग अपने कर्तव्यों के निर्वाहन के लिए इतने समर्पण की उम्मीद तो नहीं ही करते हैं. भारत में सरकारी नौकरियों में लोगों द्वारा इतनी जिम्मेदारी और समर्पण के साथ काम करने का नजारा कम ही देखने को मिलता है.
यह भी पढ़ें: आखिर अखिलेश की पुलिस इतनी कमजोर कैसे हो गई?
भारी बारिश सड़क पर नंगे पैर ही अपनी ड्यूटी निभाने वाले राकेश कुमार की ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. राहुल शर्मा नामक फेसबुक यूजर ने राकेश की तस्वीर और उनकी कहानी को फेसबुक पर शेयर किया और देखते ही देखते ये वायरल हो गई. इस पोस्ट को अब तक 10 हजार से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है.
नंगे पैर बारिश में ड्यूटी करते वाले पुलिसवाले की कहानी बयां करने वाली एफबी पोस्टः
राहुल ने जब राकेश से बिना जूतों के ही बारिश में काम करने की वजह पूछी तो उन्होंने कहा, ‘सर कल भी ड्यूटी पर आना है, जूते गीले हो गए तो कल क्या पहनूंगा, मेरे पास एक ही बूट है.’
एक पुलिसवाले की अपने ड्यूटी के प्रति ऐसी ईमानदारी, लगन और समर्पण की भावना ने लोगों का दिल जीत लिया और लोगों ने उनकी जमकर तारीफ की. इस पोस्ट शेयर को करने वाले शख्स ने भी खराब मौसम और विपरीत परिस्थितयों के बावजूद अपने कर्तव्यों के निर्वाहन के लिए राकेश कुमार की मेहनत और लगन की तारीफ की. यहां तक कि बारिश से खुद को बचाने के लिए उनके पास छाता तक नहीं था.
यह भी पढ़ें: पुलिस को पढ़ा लिखा होना चाहिए या बहादुर?
राकेश कुमार की कहानी न सिर्फ विपरीत परिस्थितियों में भी अपनी ड्यूटी निभाने वाले पुलिसवाले की कहानी है बल्कि उनके पास सिर्फ एक जूते का होना इस देश के आम पुलिस वालों का स्थिति बयां करता है.
No comments:
Post a Comment